Wellness coach-hindi

Wellness Coach-Hindi -वेलनेस कोच क्या है

Happiness improves performance

Wellness coach को हिंदी मैं वेलनेस कोच कहते हैं |

वैलनेस कोच आपको शारीरिक और मानसिक रूप से निरोगी रहने की दिशा दिखाते हैं।  शारीरिक और मानसिक रूप से निरोगी रहने के लिए निम्नलिखित क्रियाएं आवश्यक हैं :

(१) रात में ८ घंटे की गहरी नींद लेना

(२) सुबह 5 से ६ बजे उठ जाना

(३) 2o से ४५ मिनट का व्यायाम करना

(४) नियमित और नियंत्रित खान पान रखना

(५) पोषक खान पान का सेवन करना

(६)२ से ३ लीटर पानी सुबह से रात के बीच पीना

(७) मानसिक रूप से प्रसन्न रहना चाहिए

(८) संतुलित व्यवहार कौशल का ज्ञान होना और पालन करना चाहिए

(९) अच्छी पाचक शक्ति अच्छे स्वास्थ्य की निशानी होती है

(१०) पैदल चलने से पाचक शक्ति नियंत्रित रहती है

(Wellness Coach )  वेलनेस कोच की भूमिका क्या है?

45 minutes of exercise, keeps you fit for the day

वेलनेस कोच निम्नलिखित कार्य करते हैं :

(१) ग्राहक की शारीरिक और मानसिक क्षमता का सही आकलन करना

(२) सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना

(३) शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाने के लिए सही दिशा देना और स्वयं के अच्छे स्वास्थ्य के माध्यम से प्रेरणा देना

आपको (Wellness Coach )  वेलनेस कोच क्यों बनना चाहिए?

We also grow with the growth of society

इंसान एक सामजिक प्राणी है। हर इंसान के पास जीवन जीने का लक्ष्य होना चाहिए लक्ष्य में स्वयं की प्रगति के साथ साथ समाज की प्रगति भी शामिल होना चाहिए। वैलनेस कोच वैलनेस के क्षेत्र का ज्ञान और अनुभव लेकर दूसरों को सुदृढ़ बनाने का लक्ष्य अपनाता है। जब ज्यादा लोग स्वस्थ्य और प्रसन्न रहेंगे तो समाज सुदृढ़ बनेगा ,अतः वैलनेस कोच का क्षेत्र समाज के लिए मूल्यवान है। मेरे मतानुसार समाज की प्रगति के लिए आपको वैलनेस कोच होना चाहिए।

वेलनेस कोच कैसे बनें?

knowledge is power

समाज में वैलनेस कोच की मान्यता प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित गुणों की आवश्यकता होती है :

(१) पोषण, आहार विज्ञानं और स्वास्थ्य विज्ञान में पूर्व योग्यता

(२) सकारात्मक सोच और बड़ा लक्ष्य रखना

(३) दूसरों को स्वास्थ्य की दिशा देने से पहले स्वयं स्वस्थ्य होना

(४) निरंतर स्वास्थ्य के क्षेत्र में ज्ञान बढ़ाना और अनुभवानुसार स्वयं को प्रशिक्षित करना

(५) स्वयं प्रशिक्षार्थियों के लिए एक उदहारण बनना

वेलनेस कोच के लिए SWOT विश्लेषण

S -स्ट्रेंथ-शक्ति

w -वीकनेस -कमजोरी

O -ओप्पोरचुनिटी -अवसर

T -थ्रेट -संभावित बाधाएं

शक्ति –

शक्ति आपके वह गुण हैं जो की आपकी पहचान बनते हैं और आपके अनुयायी वह गुण अपनाना चाहते हैं। स्वयं की शक्ति बढ़ाने के लिए स्वयं से पूंछे :

-मेरे अंदर क्या गुण हों जिससे मैं स्वयं को दूसरों से अलग कर सकूं और मेरे अनुयायी मुझे अपनाएँ

-स्वयं के अनुयायियों से पूंछे की वह आपसे क्या अपेक्षाएं रखते हैं

-आपकी अद्वितीय क्षमता क्या है जिसे आपके साथ साथ आपके अनुयायी भी पसंद करते हैं

कमजोरी-

यह आपके व्यक्तित्व के वह अवगुण हैं जिन्हे सुधारने की आवश्यकता होती है। आप प्रश्न लिख कर अनुयायियों से आपकी कमजोरियों के बारे में बात कर सकते हैं। प्रश्न निम्नानुसार हो सकते हैं :

-मेरे अंदर कहाँ कहाँ सुधार की आवश्यकता है जिससे आप प्रसन्न रहें?

-मेरे संसाधन कम कहाँ कहाँ हैं?

_क्या आपको मुझ पर पूर्ण विशवास है?

टिप्पणी: कमजोरियां दूर होती हैं तो इंसान शक्तिशाली बनता है

अवसर

अवसर ,सकारात्मक उपलब्धि मिलने की संभावनाओं का नाम है। अवसर आपके व्यवसाय के बाहर से उपन्न होते है। उदाहरण के लिए सरकार यदि सभी स्कूलों के पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य कल्याण सम्मलित करवा दे और नियमित रूप से प्रशिक्षण करवाए तो वैलनेस कोच  के सफल होने की संभावनाएं बहुत बढ़ जाती है। अवसर को पहचानने में सक्षम होने की शुरुआत स्वयं से निम्नानुसार  होती है :

-दूसरों की शारीरिक और मानसिक अक्षमताओं को समझने का प्रयास करें

-फिर स्वयं से प्रश्न करें की क्या आपके पास क्षमताएं हैं जिनका उपयोग करके आओ ग्राहक की परेशानी को दूर कर सकते हैं

-मेरे पास जो क्षमताएं हैं उनसे मेरे ग्राहक की कौन कौन सी कमजोरी दूर होगी? मैं स्वयं की क्षमताओं का उपयोग करके किस तरह से अवसरों का लाभ ले सकता हूँ ?

बाधाएं

यह ऐसी संभावनाएं हैं जिनसे वर्तमान व्यवसाय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए जरूरत है की ऐसी परिस्थितियों से दूर रहा जाए।

परिस्थितियां निम्नकारणो से बन सकती हैं।

-बिजली, पानी की समयानुसार अनुपभ्लधता

-सरकारी कानून जैसे टैक्स ज्यादा भरना

-प्रतिस्पर्धी का बहुत मजबूत होना आदि

वैलनेस सेक्टर क्या है

वैलनेस सेक्टर में सभी गतिविधियां जोकि शारीरिक और मानसिक कल्याण का बढ़ावा देती हैं। जैसे की योगाभ्यास ,स्वस्थ्य भोजन ,व्यक्तिगत देखभाल और सौंदर्य ,पोषण और वजन घटाना ,ध्यान ,स्पा रिट्रीट ,कार्स्थल कल्याण ,और कल्याण पर्यटन।

भारत में वैलनेस सेक्टर के विकास की संभावनाएं

The Growth of the population demands growth in wellness

यह अनुमानित है की CAGR २०% के कारण भारतीय वैलनेस सेक्टर उद्योग वर्ष २०२८ तक ८७५ अरब रूपये तक पहुँच जायेगा। उपचारात्मक देखभाल की बजाय निवारक देखभाल पर इसानो का झुकाव होगा।

भारतीय बाजार में (Wellness Coach )  वैलनेस कोच की उपलब्धता का विश्लेषण

illness demands wellness

जबकि बाजार में प्रशिक्षित वैलनेस कोचेस की बहुत आवश्यकता है परन्तु उपलब्धता कम है। भारत में स्वस्थ्य और कल्याण क्षेत्र में २०२३-२०२८ के दौरान CAGR ५.५% अपेक्षित है। वर्ष २०२० में भारतीय स्वास्थ्य और कल्याण के बाजार का मूल्य लगभग ७८ बिलियन अमेरिकी $ था। पत्रिका इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार भारतीय वैलनेस सेक्टर उद्योग का मूल्यांकन वर्ष २०२२ तक ३७२ बिलियन $ तक पहुँचने का अनुमान है। अस्पताल क्षेत्र स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में ८०% योगदान देता है।

(Wellness Coach )   वैलनेस कोचिंग और समस्याएँ

To make others healthy you need to be healthy

जरूरतमंद ग्राहकों तक पहुंचना कठिन होता है

खुद की योजनाओं से जरूरतमंद ग्राहक को परिचित करना कठिन होता है

खुद की उम्मीदानुसार ग्राहक से फीस लेना कठिन होता है

विकास को अधिकतम करने के लिए सुव्यवस्थित प्रणालियों की अनुपस्थिति

एक अव्यवस्थित विपणन रणनीति होना या सुव्यवस्थित विपणन प्रणालियों की अनुपस्थिति

कार्य को मूर्तरूप देने के लिए अप्रभावी पैमाना होना

प्रक्रिया में धैर्य की कमी या ग्राहक के द्वारा तुरंत अपेक्षित परिणाम चाहना

(Wellness Coach ) वैलनेस कोच और सेल्फ एम्प्लॉयमेंट अवसर

Self Employment is the best employment

Wellness Coach वैलनेस कोच की विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए ग्रेजुएशन कोर्स के बाद नुट्रिशन एंड डाइटेटिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा ,एडवांस डिप्लोमा या मास्टर डिग्री कर सकते हैं। नूट्रिशनिस्ट का पेशा आकर्षक अवसरों के साथ आता है। बीएससी पोषण या मास्टर डिग्री वाले उम्मीदवार इस क्षेत्र में शानदार कैरियर बना सकते है। कई अस्पताल और निजी स्वास्थ्य केंद्र पोषण विशेषज्ञ को नियुक्त करते हैं।

This Post Has One Comment

Leave a Reply

Popular Post

ऑनलाइन शिक्षा में स्वरोजगार के 25 अवसर

ऑनलाइन शिक्षा में संगम के अवसर ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से एंटरप्राइज़िता को बढ़ावा देने का उद्देश्य कार्य विकास शिक्षा तक पहुंच        नवप्रवर्तन और रचना  आर्थिक विकास 

Read More »

बिजनेस आइडिया की पहचान

बिजनेस आइडिया की पहचान करने के लिए 10 कदम बिजनेस आइडिया की पहचान- 1-आत्म-मूल्यांकन: अपने जुनून, कौशल और ज्ञान को समझें। आप किसमें अच्छे हैं? किसी भी कार्य को आरम्भ

Read More »

Solar Panel For Home-Video

परिचय: भारत में, बढ़ती ऊर्जा मांग, बिजली कटौती और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए, सौर ऊर्जा एक आकर्षक समाधान के रूप में उभरी है। छत पर सौर

Read More »

“भारत में सौर्य ऊर्जा” की मांग और आपूर्ति

भारत मैं सौर्य उर्जा का विकास प्रगती के लिये मह्त्व्पूर्ण है । भारत की विशाल धूप और गिरती सौर लागत भारत को भविष्य के नेता के रूप में स्थापित करती है।

Read More »